रेवंत रेड्डी के हिंदू देवी-देवता वाले बयान पर हंगामा, भाजपा और जेडीयू ने जताया कड़ा विरोध

नई दिल्ली, 3 दिसंबर . तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी द्वारा हिंदू धर्म को लेकर दिए गए बयान ने बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया है. रेड्डी ने कहा था कि हिंदू धर्म में “हर अवसर के लिए एक देवता” मौजूद हैं. इस टिप्पणी के बाद भाजपा और जनता दल (यूनाइटेड) ने बुधवार को उन पर हिंदू धर्म का अपमान करने का आरोप लगाया.

विवादित टिप्पणी के बाद भाजपा नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया दी. केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, “हिंदू धर्म का अपमान और हिंदू आस्थाओं को नीचा दिखाना कांग्रेस और उसके सहयोगियों की आदत बन चुकी है. कर्नाटक, केरल या अब तेलंगाना, हर जगह कांग्रेस के मुख्यमंत्री सिर्फ एक ही समुदाय का प्रतिनिधित्व करते दिखते हैं. ये नेता दूसरों के प्रति अत्यधिक संवेदनशील हैं, जबकि हिंदुओं और उनकी आस्था का मजाक उड़ाने में लगे रहते हैं. यह एक पैटर्न बन चुका है.”

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने सीएम रेड्डी पर और भी कड़ा प्रहार करते हुए कहा, “ऐसी भाषा वही व्यक्ति इस्तेमाल कर सकता है जिसका संबंध औरंगज़ेब के वंश से हो.”

जेडीयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने भी बयान की निंदा की. उन्होंने कहा, “रेवंत रेड्डी एक राज्य के मुख्यमंत्री हैं, जिस तरह उन्होंने बयान दिया, वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. क्या कोई धर्म के देवी-देवताओं पर टिप्पणी करने की हिम्मत कर सकता है? इंडी गठबंधन की पार्टियां स्पष्ट करें कि क्या वे ऐसे बयान से सहमत हैं.”

भाजपा सांसद संबित पात्रा ने इसे “हिंदुओं के प्रति गहरी नफ़रत” बताकर कड़ा विरोध जताया. उन्होंने कहा, “तेलंगाना सीएम द्वारा हिंदू देवी-देवताओं के लिए इस्तेमाल की गई भाषा आपत्तिजनक और घृणास्पद है. रेवंत रेड्डी कहते हैं कि तीन करोड़ हिंदू देवता हैं, ब्रह्मचारी के लिए अलग देवता, दो शादी करने वालों के लिए अलग, शराब पीने वालों के लिए अलग. ये सब क्या भाषा है? ये सोच सोनिया और राहुल गांधी की देन है. कांग्रेस जितना हिंदू धर्म का अपमान करेगी, उतनी हार झेलेगी. हनुमान जी ने पहले ही कांग्रेस की ‘लंका’ जला दी है और वे इसका हिसाब देंगे.”

पार्टी की ओर से इस बयान पर प्रतिक्रियाएं अलग-अलग रहीं. कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा, “मुझे ठीक-ठीक नहीं पता कि उन्होंने क्या कहा, लेकिन शब्दों का चयन हमेशा ऐसा होना चाहिए कि किसी की भावनाएं आहत न हों.”

कांग्रेस के प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने सफाई देते हुए कहा, “सनातन धर्म कहता है ‘हरी अनंत, हरी कथा अनंता.’ हमारे यहां 33 करोड़ देवता हैं. सनातन धर्म विशाल है, एक ही शास्त्र तक सीमित नहीं. कोई इसे माने या न माने, हर कोई सनातनी माना जाता है. रेवंत रेड्डी के बयान को व्यापक और संदर्भ सहित देखा जाना चाहिए.”

सोशल मीडिया पर 2 दिसंबर की कांग्रेस कार्यकारिणी बैठक का एक वीडियो सामने आने के बाद विवाद शुरू हुआ. वीडियो में रेवंत रेड्डी कहते दिख रहे हैं, “हिंदू धर्म में कितने देवता हैं? तीन करोड़? क्यों? कुंवारे लोगों के लिए हनुमान हैं. दो शादी करने वालों के लिए दूसरा देवता. शराब पीने वालों के लिए अलग. येल्लम्मा, पोचम्मा, मैसम्मा. चिकन खाने वालों के लिए अलग देवता और दाल-चावल खाने वालों के लिए अलग. हर चीज के लिए देवता हैं.”

बयान के सामने आने के बाद विपक्ष ने उन पर हिंदू भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाते हुए माफी की मांग की है.

डीएससी