
हैदराबाद, 5 दिसंबर . तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने शुक्रवार को स्पष्ट रूप से कहा कि राज्य के विकास के लिए वे केंद्र सरकार से अधिक फंड लाने के लिए संघर्ष करेंगे.
वारंगल जिले के नरसंपेट में विभिन्न विकास कार्यों की आधारशिला रखने के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि जनता उनका साथ दे, तो वे दिल्ली में भी लड़कर राज्य के लिए अधिक फंड लाने को तैयार हैं.
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कल्याणकारी योजनाओं और विकास परियोजनाओं को लागू कर रही है, जिसके लिए बड़े पैमाने पर धन की जरूरत है और इसमें केंद्र को सहयोग देना चाहिए.
पूर्व सरकार पर हमला जारी रखते हुए मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने कहा कि जुबिली हिल्स उपचुनाव में जनता द्वारा मिली हार के बाद भी भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के नेता अपनी जिद छोड़ने को तैयार नहीं हैं. उन्होंने विपक्षी नेताओं को सार्वजनिक मंचों पर सभ्य भाषा का इस्तेमाल करने की सलाह दी.
सीएम रेवंत रेड्डी ने याद दिलाया कि सत्ता में रहते समय बीआरएस नेताओं ने किसानों को चेताया था कि अगर वे धान की खेती करेंगे तो यह “फांसी लगाने जैसा” होगा. साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि पिछली सरकार ने गरीबों को राशन कार्ड वितरण में भी कई बाधाएं खड़ी की थीं.
उन्होंने कहा कि बीआरएस नेताओं ने अपने आर्थिक साम्राज्य बनाने पर ध्यान दिया और राज्य के विकास की अनदेखी की.
शिक्षा के महत्व पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि शिक्षा के क्षेत्र में आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराना उनकी जिम्मेदारी है. उन्होंने बताया कि सरकार आने के पहले वर्ष में 60,000 रिक्त पदों को भरा जा चुका है और जल्द ही 40,000 और सरकारी नौकरियों की अधिसूचना जारी की जाएगी. उन्होंने बेरोजगार युवाओं से कड़ी मेहनत करने की अपील की.
ग्राम पंचायत चुनावों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उम्मीदवार चुनाव जीतने के लिए पैसे खर्च करने की बजाय लोगों का दिल जीतें. गांवों के विकास से जुड़ी समस्याओं पर जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता पर भी उन्होंने जोर दिया.
उन्होंने लोगों से ऐसे सरपंच चुनने की अपील की जो मंत्रियों और विधायकों के साथ समन्वय में काम कर सकें.
तेलंगाना राइजिंग ग्लोबल समिट का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य को वैश्विक निवेश के लिए सर्वश्रेष्ठ गंतव्य के रूप में प्रस्तुत करने के उद्देश्य से यह आयोजन किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि सरकार बंदरगाहों, हवाई अड्डों, सड़कों और संचार तकनीक के मजबूत नेटवर्क के विकास पर फोकस कर रही है.
मुख्यमंत्री ने वादा किया कि वारंगल को भी जल्द हैदराबाद की तर्ज पर विकसित किया जाएगा. उन्होंने कहा, “वारंगल में भी हैदराबाद की तरह आउटर रिंग रोड, अंडरग्राउंड ड्रेनेज और एयरपोर्ट बनाए जाएंगे. ये कार्य 31 मार्च तक शुरू कर दिए जाएंगे.”
–
डीएससी