गौहाटी हाई कोर्ट ने लॉन्च किया अपना मोबाइल ऐप, एक क्लिक में मिलेगी अदालत की जानकारी

गुवाहाटी, 4 दिसंबर . गौहाटी हाई कोर्ट की कोहिमा बेंच ने अपना आधिकारिक मोबाइल ऐप ‘जीएचसीकेबी ऐप’ लॉन्च कर दिया है. यह पहली बार है जब उत्तर-पूर्व के किसी हाई कोर्ट बेंच ने इतनी व्यापक सुविधाओं वाला मोबाइल एप्लिकेशन शुरू किया है. इस ऐप का उद्देश्य न्यायिक प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी, आसान और आम नागरिकों के और करीब लाना है.

एप्लिकेशन को गुवाहाटी हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस अशुतोष कुमार ने औपचारिक रूप से लॉन्च किया. इस मौके पर जस्टिस संजय कुमार मेधी, जस्टिस अरुण देव चौधरी और कई अन्य अधिकारी मौजूद रहे.

लॉन्चिंग के दौरान चीफ जस्टिस अशुतोष कुमार ने बताया कि यह ऐप पूरी तरह कोहिमा बेंच की आईसीटी टीम ने खुद तैयार किया है. उन्होंने टीम की मेहनत की सराहना करते हुए कहा कि कोहिमा बेंच ने तकनीक आधारित सिस्टम को बेहद कुशलता से अपनाया है.

उन्होंने कहा कि यह मोबाइल एप्लिकेशन वकीलों और आम लोगों के लिए सिटिजन-फ्रेंडली है और इसमें रियल-टाइम जानकारी, केस ट्रैकिंग और ऑनलाइन कोर्ट अपडेट्स जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी. इससे दूर-दराज के इलाकों में रहने वाले लोग भी आसानी से अदालत की कार्यवाही और जानकारी हासिल कर सकेंगे.

चीफ जस्टिस ने कहा कि तकनीक तभी प्रभावी बनती है जब इसे नियमित रूप से इस्तेमाल किया जाए. इसलिए उन्होंने बार को ऐप का अधिक से अधिक उपयोग करने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने यह भी बताया कि यह एप्लिकेशन पिछले सभी एंड्रॉयड वर्जनों पर भी आसानी से चलता है.

चीफ जस्टिस कुमार ने नागा हेरिटेज विलेज के किसामा में चल रहे हॉर्नबिल फेस्टिवल के अपने अनुभव का भी उल्लेख किया. उन्होंने वहां महसूस की गई भाईचारे की भावना को याद करते हुए कहा कि यही भावना कानूनी पेशे में भी देखने को मिलनी चाहिए.

उन्होंने एक उदाहरण साझा किया जब एक युवा वकील ने कोर्ट में तुरंत एक जरूरी जजमेंट कॉपी प्रस्तुत कर दी. उन्होंने कहा कि कोहिमा बेंच से कई ऐसे वकील निकले हैं जो आगे चलकर Supreme Court तक पहुंचे हैं और युवा वकीलों को भी इसी दिशा में आगे बढ़ने की जरूरत है.

मुख्य न्यायाधीश ने कहा, “आप किसी भूले हुए कोने में नहीं हैं, आप मुख्यधारा का हिस्सा हैं. आपके हर कदम से आपकी प्रगति सुनिश्चित होती है.”

अपने स्वागत भाषण में कोहिमा बेंच के रजिस्ट्रार अजोंगबा इमचेन ने कहा कि यह लॉन्चिंग एक ऐतिहासिक पल है. यह ऐप अदालत, बार और आम नागरिकों के बीच एक सेतु का काम करेगा.

उन्होंने कहा कि आम तौर पर लोग कोर्ट के आदेश, जजमेंट, लाइव-स्ट्रीमिंग लिंक और डेली कॉज लिस्ट तक पहुंचने में कठिनाई महसूस करते थे. यह ऐप इन सभी समस्याओं का सरल समाधान लेकर आया है.

अधिकारियों के अनुसार ‘जीएचसीकेबी ऐप’ फिलहाल गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है, जहां से इसे सीधे डाउनलोड किया जा सकता है. यह ऐप केवल वकीलों के लिए ही नहीं, बल्कि छात्रों, वरिष्ठ नागरिकों और आम जनता के लिए भी बेहद उपयोगी साबित होने वाला है.

वीकेयू/डीएससी