
नागपुर, 3 दिसंबर . महाराष्ट्र विधानसभा का बहुप्रतीक्षित शीतकालीन सत्र 8 दिसंबर से 14 दिसंबर तक नागपुर में आयोजित किया जाएगा. राज्य सरकार ने यह निर्णय विधानभवन में हुई बिजनेस एडवाइजरी कमेटी (बीएसी) की अहम बैठक में लिया.
बैठक में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार मौजूद रहे.
यह सत्र कुल 7 दिनों का होगा, जिसमें कई महत्वपूर्ण विधायी और प्रशासनिक मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है. अधिकारियों के अनुसार, इस बार विधानसभा की प्रमुख बैठकें 13 और 14 दिसंबर को होंगी, जो कि शनिवार और रविवार को पड़ रही हैं. इसके बावजूद, सरकार ने तय किया है कि दोनों दिन कार्यवाही सामान्य रूप से जारी रहेगी.
महाराष्ट्र का शीतकालीन सत्र परंपरागत रूप से नागपुर में ही होता है. नागपुर के राजनीतिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व को देखते हुए यह परंपरा वर्षों से जारी है. इस बार सत्र का समय खास है क्योंकि यह राज्य के स्थानीय निकाय चुनावों के बीच आयोजित हो रहा है.
सत्र शुरू होने से पहले मंगलवार को राज्य के 264 स्थानीय निकायों में चुनाव कराए गए. वहीं राज्य निर्वाचन आयोग ने 24 अन्य निकायों के चुनाव सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं के चलते 20 दिसंबर तक टाल दिए हैं.
इन 264 निकायों में से 76 निकायों के कुल 154 वार्डों में भी चुनाव 20 दिसंबर को होंगे. सभी 288 निकायों की मतगणना 21 दिसंबर को एक साथ होगी.
नागपुर सिर्फ राजनीतिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और भौगोलिक दृष्टि से भी बेहद खास शहर है. यहां का नागपुरी संतरा देशभर में प्रसिद्ध है. नागपुर को भारत का भौगोलिक केंद्र भी कहा जाता है. एक समय नागपुर मध्य प्रदेश का हिस्सा था, बाद में इसे महाराष्ट्र में शामिल किया गया.
अब सभी की निगाहें 8 दिसंबर से शुरू हो रहे सत्र पर टिकी हैं, जिसमें कई अहम प्रस्तावों और नीतियों पर चर्चा होने की संभावना है.
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वीकेयू/एएस