
नई दिल्ली, 4 दिसंबर . रूसी राष्ट्रपति प्रशासन के उप प्रमुख और आर्थिक सलाहकार मैक्सिम ओरेश्किन ने कहा है कि भारत आने वाले दशकों में ग्लोबल ग्रोथ लीडर के तौर पर खुद को स्थापित करने में सफल होगा.
उन्होंने इसके लिए भारत की डेमोग्राफी और शहरीकरण को अहम कारक बताया. बोले, “भारत की जनसांख्यिकी (डेमोग्राफिक्स) और शहरीकरण (अर्बनाइजेशन) को देखते हुए यह आने वाले दशकों में वैश्विक विकास (ग्लोबल ग्रोथ) का प्रमुख लीडर बनेगा.”
रोसकांग्रेस फाउंडेशन और फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) की ओर से आयोजित रूस-भारत बिजनेस फोरम में उन्होंने कहा, “रूसी प्रतिनिधिमंडल और व्यवसायी भारतीय सामान और सेवाओं के प्रति आकर्षित हैं, और हम आपसे काफी कुछ खरीदने को इच्छुक हैं. यह कोई अल्पकालिक नहीं है, बल्कि दुनिया की तीसरी और चौथी सबसे बड़ी इकॉनमी के बीच रिश्तों को बढ़ाने की एक रणनीतिक पसंद का हिस्सा है.”
उन्होंने भारत को वैश्विक व्यापार में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बताया, जो विज्ञान और प्रौद्योगिकी (साइंस एंड टेक्नोलॉजी) में उल्लेखनीय सफलताएं हासिल कर चुका है.
उन्होंने कहा, भारत की आपूर्ति क्षमता रूस के लिए बेहतरीन है. यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी बहुत अच्छी है. 100 बिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था 2030 तक बनेगी, जिस तरह की तेजी भारतीय अर्थव्यवस्था में है. भारत उपभोक्ता सामान, कृषि, टेलीफोन उपकरण जैसे छह क्षेत्रों में काफी मजबूत है. हम देखेंगे कि दोनों देशों में हॉरिजॉन्टल समझौते हों.
ओरेश्किन ने कहा कि, भारत दुनिया में एक बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था है, पिछले पांच साल में जिसकी जीडीपी का आंकड़ा 8 पर पहुंच गया है. भारत की टारगेटेड पॉलिसी से अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है जो वैश्विक स्तर पर अपनी अलग साख रखती है.
बिजनेस फोरम में कई अहम मुद्दों पर बात हुई. इसमें केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और फिक्की के चेयरमैन अनंत गोयनका ने भी अपनी बात रखी. केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने रूस के कंपनियों के प्रतिनिधियों का स्वागत किया.
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केआर/