कोहेसिटी भारत में अगले पांच वर्षों में एक अरब डॉलर निवेश करेगी, एआई क्षमता बढ़ाने पर होगा फोकस

नई दिल्ली, 5 दिसंबर . अमेरिकी डेटा सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर कंपनी कोहेसिटी ने भारत में अगले पांच वर्षों में एक अरब डॉलर निवेश करने का ऐलान किया है. इसके जरिए कंपनी देश में अपनी टेक्निकल टीमों का विस्तार करेगी और एआई संचालित क्षमताओं को बढ़ाएगी.

कंपनी की ओर से भारत में ऐसे समय पर निवेश का ऐलान किया है, जब दुनिया तेजी से डीप-टेक और साइबर सिक्योरिटी जैसे विषयों पर फोकस कर रही है.

कोहेसिटी के सीईओ संजय पूनेन ने कहा कि यह निवेश कंपनी की तकनीकी टीमों के विस्तार और एडवांस एआई-संचालित क्षमताओं के निर्माण पर केंद्रित होगा, जो बढ़ते साइबर सुरक्षा खतरों के बीच कंपनी को अपने डेटा की सुरक्षा और प्रबंधन में मदद करेगा.

कोहेसिटी को दिग्गज ग्राफिक्स चिप कंपनी एनवीडिया और जापान के सॉफ्टबैंक का भी समर्थन प्राप्त है.

उन्होंने कहा कि यह विस्तार कंपनी की इनोवेशन के प्रति प्रतिबद्धता और वैश्विक टेक्नोलॉजी केंद्र के रूप में भारत की ताकत में उसके विश्वास को दर्शाता है.

पूनन ने बताया कि वेरिटास के डेटा प्रोटेक्शन बिजनेस के अधिग्रहण करने के बाद, भारत में कोहेसिटी के कर्मचारियों की संख्या पिछले साल के 700 से तीन गुना बढ़कर लगभग 2,200 हो गई है.

कंपनी ने अब पुणे में अपनी मौजूदा सुविधा के पूरक के रूप में बेंगलुरु में एक नया केंद्र खोला है, जिससे उसका इंजीनियरिंग उपस्थिति और भी मजबूत हो गई है.

उन्होंने कहा, “यहां हमारी टीमें डेटा सिक्योरिटी के भविष्य का निर्माण कर रही हैं और ग्राहकों को उभरते साइबर खतरों से अपनी सुरक्षा मजबूत करने में मदद कर रही हैं.”

उन्होंने आगे कहा कि आने वाले वर्षों में भारत कंपनी के शीर्ष पांच रेवेन्यू सोर्स देशों में से एक होगा.

कोहेसिटी के ग्राहकों में वर्तमान में शीर्ष बैंक, दूरसंचार ऑपरेटर, सेल्सफोर्स और डेल्टा एयरलाइंस जैसे वैश्विक कंपनियां और इंफोसिस जैसी भारतीय आईटी कंपनियां शामिल हैं.

कोहेसिटी एक अमेरिकी डेटा सुरक्षा और प्रबंधन कंपनी है जो एआई-संचालित सॉफ्टवेयर बनाती है, जिससे कंपनियां अपने डेटा का बैकअप लेने, प्रबंधन करने, सुरक्षित करने और उससे मूल्य निकालने में सक्षम होते हैं, यह साइबर सिक्योरिटी बढ़ाने और डेटा को सुरक्षित रखने पर केंद्रित है.

एबीएस/