
नई दिल्ली, 5 दिसंबर . भारतीय रसोईघर में ऐसे कई मसाले मिल जाएंगे. इन्हीं में से एक मसाले का नाम है जीरा. आयुर्वेद में औषधीय गुणों से भरपूर जीरे को सेहत का अनमोल साथी बताया जाता है.
भारत सरकार का आयुष मंत्रालय बताता है कि रसोईघर में रखा जीरा न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद है. सदियों से आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल कई बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता रहा है.
जीरा में भरपूर मात्रा में आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम और एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं. इसमें एक-दो नहीं बल्कि कई औषधीय गुण पाए जाते हैं. जीरा पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है. यह पेट की गैस, अपच, भूख न लगना और कब्ज की समस्या को दूर कर राहत देता है.
जीरा पानी पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है. इसमें मौजूद विटामिन सी और एंटी ऑक्सीडेंट शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं. जीरा मेटाबॉलिज्म तेज करता है और फैट कम करने में सहायक है. यह खांसी-जुकाम में भी राहत देता है. भुना जीरा और गुड़ मिलाकर खाने से गला साफ होता है और खांसी में आराम मिलता है.
जीरा महिलाओं के लिए भी खास महत्व रखता है. पीरियड्स में होने वाले दर्द और अनियमितता में जीरे का पानी बहुत फायदेमंद है. जीरा चबाने से सांस की बदबू खत्म होती है और दांत मजबूत रहते हैं. यह एनीमिया की समस्या दूर करने में भी कारगर है. आयरन की अधिक मात्रा होने से खून की कमी दूर होती है.
भारत में हर घर की रसोई में मौजूद छोटा सा मसाला जीरा असल में एक पूरा दवा घर है. रोजाना एक चम्मच भुना जीरा या जीरा पानी पीने से कई छोटी-बड़ी समस्याएं दूर रहती हैं. हालांकि, सेवन से पहले आयुर्वेदाचार्य की सलाह जरूर लेनी चाहिए.
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एमटी/वीसी